विकास आयुक्त (हथकरघा) कार्यालय की स्थापना दिनांक 20 नवम्बर, 1975 को वाणिज्य मंत्रालय के अधीन एक संबद्ध गैर-सहभागी कार्यालय के रूप में हुई थी। विकास आयुक्त् (हथकरघा) कार्यालय का मुख्यालय उद्योग भवन, नई दिल्ली में स्थित है जिसका मुखिया अपर सचिव/संयुक्त सचिव स्तर का एक अधिकारी होता है।
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• हथकरघा क्षेत्र के लिए सरकार का दृष्टिकोण, हथकरघा बुनकरों और विशेष तौर पर भारतीय समाज के कमजोर वर्गो को संपोषणीय रोजगार प्रदान करने और इस क्षेत्र के समावेशी विकास को सुनिश्चित करने के लिए सुदृढ़, प्रतिस्पर्धी और गतिमान हथकरघा क्षेत्र का विकास करना है ।
• घरेलू और वैश्विक बाजार की चुनौतियों का सामना करने के लिए केन्द्रित, लचीला और संपूर्ण दृष्टिकोण अपनाना, घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय बाजार का हिस्सा बढ़ाने के लिए प्रतिस्पर्धी कीमत निर्धारित करके समग्र बाजार का विस्तार करना, वैश्विक और घरेलू बाजार में ब्रांड निर्माण करना, हथकरघा उत्पादों के विपणन को सुकर बनाना, स्वयं सहायता समूहों के तहत संगठित कर बुनकरों को सशक्त बनाना, प्रशिक्षण, क्षमता निर्माण और उद्यमवृत्ति सहायता बढ़ाना, डिजाइन हस्तक्षेप के साथ-साथ उत्पाद विविधीकरण के माध्यम से नए और समकालिक डिजाइन शामिल करना, आरएंडडी सहायता, रियायती कीमतों पर कच्चे माल तक आसान पहुंच , सामाजिक सुरक्षा, बेहतर स्वास्थ्य सुविधा, जीवन बीमा, कार्य स्थल और इससे भी महत्वपूर्ण कम ब्याज दर पर आसान ऋण प्रवाह सुनिश्चित करने सहित क्षमता बढ़ाना है ।
• विकास आयुक्त (हथकरघा) कार्यालय का आम जनता के साथ सीधा संपर्क/संवाद नहीं है। तथापि, यह कार्यालय राज्य हथकरघा और वस्त्र निदेशालयों, बुनकर सेवा केन्द्रों, हथकरघा निर्यात संवर्धन परिषद, राष्ट्रीय हथकरघा विकास निगम और अन्य पात्र हथकरघा एजेंसियों के माध्यम से और हथकरघा क्षेत्र के समग्र विकास और हथकरघा बुनकरों के कल्याण के लिए विभिन्न योजनाएं और कार्यक्रम कार्यान्वित करता रहा है
• विकास आयुक्त (हथकरघा) कार्यालय विभिन्न योजनाओं और कार्यक्रमों के कार्यान्वयन के लिए उल्लिखित राज्य हथकरघा निदेशालयों को वित्तीय सहायता प्रदान करता है ।
• विकास आयुक्त(हथकरघा) कार्यालय के प्रशासनिक नियंत्रण में 29 बुनकर सेवा केन्द्र (डब्ल्यूएससी) और 06 भारतीय हथकरघा प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईएचटी) तथा दो क्षेत्रीय प्रवर्तन कार्यालयों (आरईओ) के साथ मुख्य प्रवर्तन अधिकारी (सीईओ) का एक कार्यालय कार्य कर रहा है । डब्ल्यूएससी, हथकरघा उद्योग को तकनीकी सहायता प्रदान करते हैं । आईआईएचटी, हथकरघा उद्योग को तकनीकी रुप से अर्हता प्राप्त कार्मिक प्रदान करते हैं
• इस समय विकास आयुक्त (हथकरघा) कार्यालय, हथकरघा क्षेत्र के विकास और हथकरघा बुनकरों के कल्याण के लिए निम्नलिखित योजनाएं और कार्यक्रम कार्यान्वित कर रहा है :-
1. राष्ट्रीय हथकरघा विकास कार्यक्रम;
2. कच्चा माल आपूर्ति योजना;